मोबाइल का प्रयोग रील देखने की बजाय स्किल डेवलपमेंट के रूप में करें: प्रो. तनु डंग

  • पत्रकारिता संस्थान में व्याख्यान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर सर्टिफिकेट कोर्स प्रारम्भ करने पर हुआ विचार

मुकेश तिवारी
झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के भास्कर जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान में “पत्रकारिता के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: चुनौतियां एवं अवसर” पर तीन दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला के अंतिम दिन गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी दिल्ली की प्रो तनु डंग ने कहा कि आज भारत के युवा विश्व में सबसे अधिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ट्रेनर्स के रूप में कार्य कर रहे हैं। भारतीय मस्तिष्क की मेधा आईटी सेक्टर में हमेशा विश्व ने मानी है।
वर्तमान में युवा के पास शिक्षक, प्रशिक्षण प्राप्त करने के ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यम उपलब्ध है। आज की जैनजी (Gen Z) जनरेशन यह नहीं कह सकती कि हम इस कारण पीछे रह गए। मोबाइल का प्रयोग रील देखने की बजाय स्किल डेवलपमेंट के रूप में करें।
यह समय मौके का इंतजार करने की बजाए उनको आगे बढ़कर पकड़ने का है। एआई कमांड के ऊपर काम करता है। क्या कमांड देनी है यह हमें निश्चित करना होगा। कम्युनिकेशन और मीडिया के छात्रों के लिए इस समय कंटेंट क्रिएट करने में एआई महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अब समय है कि हम इसे पाठ्यक्रम में भी शामिल करें।
इसके पहले जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान के समन्वयक डॉ कौशल त्रिपाठी ने अतिथि का स्वागत किया। साथ ही बताया कि इस दिन दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला से निश्चित छात्रों को एआई के विभिन्न पहलुओं को जानने का अवसर प्राप्त हुआ होगा।
पत्रकारिता विभाग शीघ्र ही कुलपति विषय विशेषज्ञों की राय अवगत कराकर “मीडिया एवं एआई टूल्स” पर सर्टिफिकेट कोर्स प्रारंभ करने के लिए निवेदन करेगा जिससे आने वाले छात्रों को बेहतर अवसर प्राप्त हो सके।
पत्रकारिता विभाग की छात्रोंओं ने अतिथि का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। इस अवसर पर डा. जय सिंह, डॉ राघवेंद्र दीक्षित, उमेश शुक्ला, डॉ अभिषेक कुमार, सीनियर रिसर्च फेलो देवेंद्र सिंह वीरेंद्र अहिरवार के साथ पत्रकारिता संस्थान के स्नातक एवं परास्नातक के छात्र उपस्थित रहे।

ADVT 2024 Gahna Kothi Jaunpur