प्रशिक्षुओं को दिया गया प्राथमिक चिकित्सा एवं सीपीआर का प्रशिक्षण

अब्दुल शाहिद
बहराइच। जनपद के ज़िला ग्राम्य विकास संस्थान चित्तौरा में चल रहे मानव वन्य जीव द्वंद विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन दिवस पर प्रशिक्षुओं को प्राथमिक चिकित्सा व सीपीआर का प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
इस मौके पर आपदा विशेषज्ञ अरुण मिश्र ने बताया कि भौतिक संसाधनों पर निर्भरता और कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन की वजह से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ गया है, इसलिए अब सभी को सीपीआर प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है। सीपीआर देने के लिए व्यक्ति को समतल स्थान पर लिटा कर उसके चेस्ट रिब पर हथेली के माध्यम से 30 बार लगभग डेढ़ इंच दबाव देना चाहिए।
फिर मुंह में सांस देनी चाहिए। इस प्रकार चार सेट सीपीआर के देने चाहिए। रोज सुबह व्यायाम करना चाहिए जिससे रुधिर परिसंचरण तंत्र सुचारू रहे। आपदा विशेषज्ञ अरुण मिश्र व आपदा मित्र विवेक श्रीवास्तव ने सभी प्रशिक्षुओं को सीपीआर का प्रेक्टिकल करके दिखाया।
खण्ड विकास अधिकारी हेमंत यादव ने मानव वन्य जीव द्वंद विषय पर ग्रामसभाओं की भूमिका के बारे में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रत्याशिता सिंह ने जीवों के व्यवहार विषय पर प्रशिक्षण दिया। मास्टर ट्रेनर आशीष श्रीवास्तव ने सर्पदंश व प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण प्रशिक्षुओं को दिया। इस अवसर पर इं. शिव कुमार, वरिष्ठ प्रशिक्षण दाता नरेश चंद्र समेत 11 विभागों के प्रशिक्षु उपस्थित रहे।

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