अंकित सक्सेना
बदायूं। दिल्ली पब्लिक स्कूल पिछले दो वर्षों से जूनियर सिविल अस्पेरेंट परीक्षा करा रहा है और छात्र-छात्राओं को कंपटीशन स्तर पर तैयार कर रहा है। इसके लिए उसे कहीं भटकने की जरूरत नहीं है। सभी कुछ पर्याप्त रूप से विद्यालय में ही उसे प्राप्त है। 30 जनवरी को भी जूनियर सिविल अस्पेरेंट प्रारंभिक परीक्षा (सिविल प्रीलिम) विद्यालय में ही आयोजित की गई जिसमें कक्षा 3 से लेकर कक्षा 11 तक के 732 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया, यह परीक्षा विद्यालय द्वारा विशेष रूप से आयोजित की गई। कक्षा 5 से लेकर उच्च कक्षाओं तक हर वर्ष एक निर्धारित पाठ्यक्रम है। इस पाठ्यक्रम के आधार पर परीक्षाओं का संयोजन व संचालन किया जाता है। धीरे-धीरे यह छात्र कब परिपक्व होकर मुख्य परीक्षा की दहलीज तक पहुंच जाएंगे। इसका पता इसका आभास इन बच्चों को अभी नहीं होगा और निश्चित रूप से उनके एक स्वर्णिम भविष्य की रूपरेखा विद्यालय द्वारा बनाई जा रही है।
जैसे बड़े लक्ष्य की प्राप्ति के लिए छोटे-छोटे कदम उठाना जरूरी होता है, इसी सोच के साथ विद्यालय प्रबंधन ने जूनियर सिविल सेवा परीक्षा का एक कार्यक्रम अपने यहां डिजाइन किया जिसका मुख्य उद्देश्य वास्तविक अर्थों में तब पूर्ण होगा जब यह बच्चे अपनी उम्र पर होंगे और इस कंपटीशन को फेस करने के लिए तैयार होंगे। जैसा कि सर्वविदित है कि यह भारत की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा है और यह तब बेहद आसान हो जाती है जब इसका अंकुरण एक पूर्व निर्धारित समय पर बच्चों के भीतर हो जाए इस पूरी परीक्षा के लिए वर्ष भर डी.पी.एस बदायूं के बच्चे अपने पाठ्यक्रम अनुसार चलते हैं और प्रत्येक दिवस इसकी तैयारी कराई जाती है। यह वास्तविक परीक्षा के आधार पर ही इसका पूरा डिजाइन तैयार किया गया है। प्राथमिक चरण में प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) फिर मुख्य लिखित परीक्षा और उसके बाद फिर अंतिम चरण में साक्षात्कार (इंटरव्यू) से होकर गुजरते हैं।
इंटरव्यू में विगत वर्ष भी इस आईएएस, आईपीएस अफसर ने छात्रों को जांचा और परखा और एक टिप्पणी किया कि हम एक सही दिशा की ओर अग्रसर है। हमारे बच्चों ने सारी स्थितियों को एक अलग तरीके से सोचना प्रारंभ कर दिया है। विद्यालय परीक्षा प्रभारी ने बताया कि आज जूनियर सिविल एस्पायरेंट प्रारंभिक परीक्षा संपन्न कराई जा रही है जिसमें करीब 732 छात्र—छात्राओं ने हिस्सा लिया है। इसके बाद हम द्वितीय चरण की मुख्य परीक्षा कराएंगे जो 14 फरवरी को संपन्न होनी है और इसके बाद अंतिम चरण में साक्षात्कार (इंटरव्यू) तक जायेंगे। इस अवसर पर समस्त विद्यालय परिवार कार्यशील एवं लग्नता के साथ उपस्थित रहा।