सेटिंग—गेटिंग का खेल, शासन का आदेश फेल

  • परियोजना निदेशक ही जमकर उड़ा रहे शासनादेश की धज्जियां

राघवेन्द्र पाण्डेय
भेटुआ, अमेठी। जहां उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाना चाहती है, वहीं जिले के कुछ ऐसे अधिकारी जो योगी सरकार के आदेशों का अनुपालन नहीं कर रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि अपने ही आदेश को दरकिनार कर सेटिंग—गेटिंग का खेल करके भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। जिले का यह एक ऐसा विभाग है जो सीधे गरीबों से जुड़ा हुआ है। अब सवाल यहां यह उठता है कि जब यही विभाग भ्रष्टाचार में लिप्त होगा तो अमेठी जिले का विकास कैसे संभव है जबकि भेटुआ ब्लॉक में टीए का कार्य बीटीए कर रहे हैं और इस समय ब्लॉक की कमान जिले के जिम्मेदार अधिकारी परियोजना निदेशक के हाथों में है।

बावजूद इसके भ्रष्टाचार से संबंधित खबर चलने पर बीडीओ भेटुआ द्वारा बीटीए के स्थानांतरण का पत्र डीसी मनरेगा को स्वीकृति के लिए भेजा भी गया लेकिन हफ्तों गुजर जाने के बाद भी ब्लॉक में प्रदेश सरकार के शासनादेश के विपरीत बीटीए द्वारा टीए का कार्य किया जा रहा है।

इस सम्बन्ध में जब हमारे संवाददाता ने डीसी मनरेगा से उनका बयान जानना चाहा तो पता चला कि वर्तमान खण्ड विकास अधिकारी भेटुआ (ऐश्वर्य यादव) ने इस बार स्थानांतरण न होने के सम्बन्ध में डीसी मनरेगा को पत्र प्रेषित किया है। फिलहाल इस बार के पत्र की कॉपी मांगने पर टाल मटोल करते नजर आये।

अब जब स्वयं के आदेश के खेल में खुद परियोजना निदेशक फंसते नजर आए तो मीटिंग का बहाना बताकर स्पष्ट जवाब देने में टाल—मटोल करने लगे। वैसे चर्चाओं में बने रहना आदत सी बन गई है। ब्लॉक का चार्ज होने के साथ साहब परियोजना निदेशक भी खुद ही हैं और जिले का महत्वपूर्ण विभाग आवास का पटल भी साहब के पास होने से आवास की पात्रता और अपात्र में साहब की चर्चाएं जिले में आम बात है।

 

ADVT 2024 Gahna Kothi Jaunpur