भगदड़ पर भारी है श्रद्धालुओं का जोश, 5 करोड़ श्रद्धालु लगायेंगे डूबकी

  • 6 चरणों में लागू होगी विशेष योजना, नए अधिकारियों को भी मिली जिम्मेदारी

  • बैरियर और बैरिकेडिंग सुदृढ़ करने को प्राथमिकता

  • संवेदनशील स्थानों पर होगी अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती

सुरेश गांधी
महाकुम्भनगर। महाकुंभ के तीसरे अमृत स्नान को लेकर श्रद्धालुओं के जोश और उत्साह में भी कोई कमी नहीं है। 01 फरवरी से ही करोंड़ों की संख्या में श्रद्धालु महाकुम्भ में पवित्र स्नान करने प्रयागराज आ रहे हैं। बसंत पंचमी के पर्व पर 5 करोड़ श्रद्धालुओं के पवित्र संगम में स्नान करने का अनुमान है।
भीड़ प्रबंधन के लिए प्रशासन योजनाबद्ध तरीक से पूरी मुस्तैदी से मेला क्षेत्र में कार्यरत है। जगह-जगह रूट डायवर्जन और बैरीकेडिंग का प्रयोग किया जा रहा है। आने और जाने के एकल मार्ग की योजना से श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचाया जा रहा है।
स्नान कर स्टेशन और बस अड्डों की ओर लौटने के लिए अलग मार्गों का प्रयोग किया जा रहा है। मेला क्षेत्र में वाहन प्रवेश पर्व के दिन पूरी तरह प्रतिबंधित रखा गया है। आकस्मिक आपदा या भगदड़ की स्थिति से निपटने के लिए ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था को चाक चौबंद रखा गया है। ताकि जरूरत पड़ने पर एनडीआरफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन की गाड़ियां और एम्बुलेंस तत्काल घटना स्थल तक पहुंच सकें।
अमृत स्नान को लेकर प्रशासन मेला क्षेत्र में आवागमन और भीड़ को एक जगह जमा होने से रोकने के लिए विशेष योजना बनाई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इसमें नए अधिकारियों की जिम्मेदारी और नए सिरे से पुलिस बल का डिप्लॉयमेंट भी शामिल है। इसके लिए पुलिस के डेप्लायमेन्ट प्लान में सुदृढ़ीकरण के लिए 6 चरणों की विशेष योजना तैयार की है। इसके अंतर्गत सबसे पहले वर्तमान में मौजूद सीएपीएफ एवं पीएसी कम्पनियों का रि-डेप्लायमेन्ट किया जायेगा।
साथ ही अतिरिक्त राजपत्रित पुलिस अधिकारीगण की तैनाती की जाएगी। मेला क्षेत्र में बैरियर एवं बैरिकेडिंग का सुदृढ़ीकरण भी किया जायेगा। मेला क्षेत्र में लगे साइनेजेज को पर्याप्त ऊंचाई एवं दृश्य स्थानों पर लगवाया गया है। आई ट्रिपल सी की तरफ से द्वारा एलर्ट मैसेज की संख्या में बढ़ोत्तरी की गई है। इसके साथ ही सबसे महत्वपूर्ण कार्य संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त बल की तैनाती का किया गया है।
अखाड़ा क्षेत्र की पुलिस का रिडेप्लॉयमेंट
इस नई योजना के अंतर्गत अखाड़ा क्षेत्र में सीएपीएफ की 07 कंपनियों को हटाकर आवश्यक नए क्षेत्रों में लगाया जाएगा। इसमें 03 कंपनी को दक्षिणी झूंसी क्षेत्र, 02 कंपनी उत्तरी झूंसी क्षेत्र में, 02 प्लाटून शास्त्री पुल में और एक एक प्लाटून काली रैम्प से अपर संगम मार्ग क्षेत्र में एवं काली अपर संगम मार्ग से संगम क्षेत्र में लगाई जाएगी। स्नान घाट का संगम क्षेत्र सबसे अधिक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यहां स्नान घाट सर्कुलेटिंग एरिया संगम से एक कंपनी दो प्लाटून महिला सीआर पीएफ का रिडेप्लॉयमेंट होगा। इस नवीन ड्यूटी में एक प्लाटून गंगा मूर्ति तिराहे पर, एक प्लाटून जीटी जवाहर पर और एक कंपनी अखाड़ा मार्ग पर ड्यूटी शामिल है। संगम क्षेत्र में अतिरिक्त सीएपीएफ की तैनाती की गई है। इसके अंतर्गत संगम क्षेत्र को 06 कम्पनी सीएपएफ अतिरिक्त दी गयी है। इसमें 03-03 कम्पनियों की दो शिफ्टों में ड्यूटी संगम घाट मे लगायी जायेगी।
अतिरिक्त गजटेड पुलिस अधिकारियों की तैनाती
बसंत पंचमी के स्नान पर्व पर पुराने अनुभवी गज टेड पुलिस अधिकारियों को भी ड्यूटी पर लगाया जायेगा। इसमें पुलिस अधीक्षक स्तर के चार अधिकारी और अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के तीन अधिकारियों को भी ड्यूटी में लगाया जाएगा। इस तरह नवीन पुलिस अधिकारियों की ऊर्जा और पुराने पुलिस अधिकारियों के अनुभव दोनो को उपयोग किया जायेगा।
बैरियर एवं बैरिकेडिंग का मजबूत बनाना
मेला क्षेत्र के 12 बैरियर एवं बैरिकेडिंग का विशेष सुदृढ़ीकरण किया गया है। इसके अंतर्गत काली मार्ग पर पड़ने वाले सभी बैरियर व बैरिकेडिंग, त्रिवेणी मार्ग पर पड़ने वाले सभी बैरियर व बैरिकेडिंग, नागवासुकी रैम्प के सभी बैरियर व बैरिकेडिंग, गंगा मूर्ति तिराहे की सभी बैरियर व बैरिकेडिंग, जी.टी. जवाहर चौराहे की सभी बैरियर व बैरिकेडिंग, फोर्ट चौराहे की सभी बैरियर व बैरिकेडिंग, अखाड़ा प्रवेश एवं वापसी मार्ग के सभी बैरियर व बैरिकेडिंग, समस्त पाण्टून पुल के सभी बैरियर व बैरिकेडिंग, ओल्ड जीटी मार्ग के सभी बैरियर व बैरिकेडिंग, लोवर संगम मार्ग के सभी बैरियर व बैरिकेडिंग, मुक्ति मार्ग के सभी बैरियर व बैरिकेडिंग और दक्षिण झुंसी, उत्तरी झूसी व अखाड़ा क्षेत्र के समस्त गाटा मार्गों के सभी बैरियर व बैरिकेडिंग शामिल हैं।
संवेदनशील 11 स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल
प्रशासन की तरफ से 11 संवेदनशील स्थानों को चिन्हित किया गया है। यहां पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। इन स्थानों में टीकरमाफी, गंगामूर्ति चौराहा, नागवासुकी रैम्प, काली रैम्प, अपर संगम मार्ग, जी.टी. जवाहर चौराहा, झूसी से परेड आने वाले समस्त पीपा पुल, झुंसी क्षेत्र में जगदीश मार्ग, महावीर मार्ग, अक्षयवट मार्ग, त्रिवेणी मार्ग, काली मार्ग, छतनाग मार्ग, अखाड़ा वापसी मार्ग से सटा हुआ गंगा प्रसार क्षेत्र,ओल्ड जीटी घाट से सम्पूर्ण ओल्ड जीटी मार्ग क्षेत्र शामिल है। यहां पर 37 क्यूआरटी 01 कम्पनी पीएसी रिजर्व में लगाई गई है।
साइनजेज और एलर्ट पर बदलाव
संगम से वापस जाने वाले सभी श्रद्धालुओं को साइनेज पूरी तरह से दिख सकें इसके लिए वापसी के सभी मार्गों में साइनेज की संख्या और उनकी ऊंचाई बढ़ा दी गई है। साथ ही वीएमडी पर डिजिटल डिस्प्ले पर आने जाने की जानकारी दी जाएगी। इन्ही में कौन सा पांटून पुल आने और कौन सा जाने के लिए खुला है इसकी भी जानकारी निरंतर साझा की जाएगी। परिस्थितियों को देखते हुए आई ट्रिपल सी से भेजे जाने वाले अलर्ट मैसेज की संख्या भी बढ़ा दी गई है।
सभी अखाड़े करेंगे अमृत स्नान
सनातन आस्था के महापर्व महाकुम्भ में बसंत पंचमी के अमृत स्नान की तैयारियां पूरे उमंग और उत्साह के साथ चल रही हैं। अखाड़े के संतों और श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं है। करोड़ों की संख्या श्रद्धालु संगम में अमृत स्नान करने प्रयागराज आ रहे हैं।
अखाड़ों में साधु-संन्यासियों के रथ, हाथी, घोड़े सज रहे हैं। अखाड़ों में परंपरा अनुसार पूजा पाठ हो रहा है। सीएम योगी के निर्देशों के अनुरूप मेला प्रशासन सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर रहा है। ताकि महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं और साधु-संन्यासियों को किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
महाकुम्भ को लेकर सोशल मीडिया पर जो भ्रम फैलाया जा रहा है साधु-संतों और श्रद्धालुओं ने उसका पूरी तरह खण्डन किया है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि बसंत पंचमी के दिन सभी 13 अखाड़े परंपरा का पालन करते हुए दिव्य भव्य अमृत स्नान करेंगे। मुख्यमंत्री योगी जी की ओर से प्रशासन की उत्तम व्यवस्था की गई है। सभी अखाड़ों में अमृत स्नान की तैयारियां चल रही हैं। सीएम योगी ने महाकुम्भ में उत्तम व्यवस्था की है, सभी अखाड़े अपनी परंपरा और प्रशासन व्यवस्था का पालन करते हुए अमृत स्नान करेंगे।

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