पीएम मोदी ने लगाई संगम में आस्था की डुबकी, मां गंगा को किया प्रणाम

  • तीर्थ पुरोहितों के वैदिक मंत्रोच्चारण पीएम मोदी ने भगवान सूर्य को दिया अर्घ्य और मां गंगा, यमुना और सरस्वती की किया विधिवत किया पूजन अर्चन

  • संगम में अर्पित किया अक्षत, नैवेद्य, पुष्प, फल और लाल चुनरी

  • मोदी की एक झलक पाने के लिए खड़े रहे लाखों श्रद्धलु

सुरेश गांधी
महाकुंभनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को माघ महीने की अष्टमी तिथि पर पुण्य काल में संगम नोज पर पवित्र त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई। गले और हाथ में रुद्राक्ष की माला व भगवा रंग का वस्त्र पहने मोदी ने तीर्थ पुरोहितों के वैदिक मंत्रों के बीच भक्तिमय माहौल में भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया और आरती की। मां गंगा को दूध अर्पित किया और अक्षत, नैवेद्य, पुष्प, फल और लाल चुनरी भी चढ़ाई।

  

इस दौरान वह सिर पर हिमाचली टोपी पहने नजर आए. इसके अलावा गले में नीला गमछा डाले हुए भी दिखाई दिए. संगम में स्नान के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने ध्यान भी किया. वह आंखें बंद कर रुद्राक्ष की माला फेरते भी दिखाई दिए. पूजा अर्चना के दौरान देशवासियों की कुशलता की कामना भी की और पूरी दुनिया को एकता का संदेश दिया।

पीएम मोदी ने जब संगम में डुबकी लगाई, तो उनके चेहरे पर आस्था के भाव साफ देखे जा सकते थे. इस दौरान, प्रधानमंत्री को देखने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु भी उनकी एक झलक पाने को बेताब दिखे। हालांकि, बोट से संगम तक जाते वक्त मोदी ने हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन किया। इस मौके पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी रहे।

 

2 घंटे प्रयागराज में रहे मोदी महाकुंभ में श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो, इसलिए पीएम ने कार्यक्रम बेहद सीमित रखा। वह करीब दो घंटे प्रयागराज में रहे। उन्होंने किसी से मुलाकात नहीं की। यहां तक की दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक भी बमरौली एयरपोर्ट पर ही रहे।

खास यह है कि पीएम मोदी के कपड़े हर बार चर्चा में रहते हैं. इस बार संगम में स्नान करते हुए पीएम मोदी ने ट्रैक सूट पहना था. वह नीले रंग के पेंट और लाल रंग का स्वेटर पहने हुए थे. संगम में स्नान से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम योगी के साथ नौका विहार भी किया था. इस दौरान दोनों नेताओं की बीच की ट्यूनिंग भी दिखाई दी. दोनों एक-दूसरे के साथ बातचीत करते हुए दिखाई दिए. बता दें, पीएम मोदी प्रयागराज एयरपोर्ट पर उतरे फिर वहां से हेलिकॉप्टर के जरिए डीपीएस स्कूल के ग्राउंड पहुंचे। इसके बाद अरैल घाट से नाव से पीएम संगम नोज पर पहुंचे। सीएम योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद रहे।

 

पीएम मोदी का संगम दौरा करीब 2 घंटे का था। सुबह 11 बजे से साढ़े ग्यारह बजे तक का वक्त पीएम मोदी के लिए आरक्षित था। महाकुंभ में पीएम के दौरे को लेकर विशेष तैयारियां कल से ही शुरू हो गई थी। संगम घाट से लेकर प्रयागराज की सड़कों पर सिक्योरिटी प्रोटोकॉल रहा। उधर, महाकुंभ में श्रद्धालुओं का आना अभी भी जारी है। अब तक साढ़े 39 करोड़ से ज्यादा लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं। पीएम मोदी ने इससे पहले प्रयागराज में हुए अर्धकुंभ में भी आस्था की डुबकी लगाई थी. जहां तक पीएम मोदी के आज के स्नान का सवाल है तो हिंदू पंचांग के अनुसार, 5 फरवरी माघ मास की गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि है, जिसे धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन तप, ध्यान और साधना को बेहद फलदायी माना गया है। मान्यता है कि इस दिन जो लोग तप, ध्यान और स्नान करते हैं उनके सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं।

इसके अलावा, यह दिन को भीष्माष्टमी के रूप में भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, महाभारत के दौरान भीष्म पितामह को बाणों की शय्या पर लेटे हुए सूर्य के उत्तरायण होने और शुक्ल पक्ष की प्रतीक्षा की थी। माघ मास की अष्टमी तिथि पर उन्होंने श्रीकृष्ण की उपस्थिति में अपने प्राण त्यागे, जिसके बाद उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हुई।
पीएम मोदी एक्स पर लिखा
महाकुंभ 2025, पौष पूर्णिमा के दिन 13 जनवरी को शुरू हुआ और यह 26 फरवरी को महाशिवरात्रि तक चलेगा। पीएमओ ने कहा कि महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम है, जो दुनिया भर के भक्तों को आकर्षित करता है। पीएमओ ने कहा कि भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और संरक्षित करने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री ने तीर्थ स्थलों पर बुनियादी ढांचे और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लगातार सक्रिय कदम उठाए हैं।

ये लोग कर चुके है स्नान
पीएम मोदी से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विभिन्न क्षेत्रों की कई अन्य प्रमुख हस्तियों ने संगम में डुबकी लगाई. वहीं, मंगलवार को भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने महाकुंभ का दौरा किया और त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया, उनके साथ योगी आदित्यनाथ भी थे.
पीएम की मौजूदगी में भी चलता रहा श्रद्धालुओं का स्नान
प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी जब त्रिवेणी संगम पहुंचे तब आम श्रद्धालु भी संगम स्नान कर रहे थे। पीएम मोदी के आगमन के बावजूद लोगों को स्नान करने से रोका नहीं गया था। वीवीआईपी मूवमेंट के बाद भी कहीं कोई गतिरोध उत्पन्न नहीं हुआ और एक तरह से पीएम मोदी और अन्य श्रद्धालुओं ने एक साथ ही त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई। इससे श्रद्धालु भी प्रसन्न नजर आए और संगम तट पर लाखों लोगों की मौजूदगी में हर हर गंगे और मोदी-मोदी के जयकारे गुंजायमान होते रहे।
उल्लेखनीय है कि 13 जनवरी से प्रारंभ हुए महाकुम्भ में अब तक वीवीआईपी मूवमेंट के बावजूद श्रद्धालुओं को संगम स्नान में कहीं कोई दिक्कत नहीं आ रही है। इसी का नतीजा है कि मात्र 24 दिनों में अब तक 39 करोड़ श्रद्धालु संगम में पावन डुबकी लगा चुके हैं।
13 दिसंबर को पीएम मोदी ने की थी कई परियोजनाओं की शुरुआत
इससे पूर्व पीएम मोदी ने महाकुम्भ की शुरुआत से एक माह पूर्व 13 दिसंबर को प्रयागराज का दौरा किया था और 5500 करोड़ रुपए की 167 परियोजनाओं की सौगात दी थी।
इसमें यात्री सुविधाओं के लिए रेलवे स्टेशनों के अपग्रेडेशन और डेवलपमेंट के साथ-साथ आरओबी फ्लाईओवर, सड़कों का चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण और सौंदर्यीकरण की प्रमुख परियोजनाएं सम्मिलित थीं। इसके अतिरिक्त, स्थायी घाटों, रिवर फ्रंट, सीवरेज, पेयजल सुविधाओं के साथ विद्युत आपूर्ति से जुड़ी परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया था। यही नहीं, पीएम मोदी ने अक्षयवट कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर, बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर, भारद्वाज ऋषि आश्रम कॉरिडोर, श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर का भी शुभारंभ किया था। इन परियोजनाओं और कॉरिडोर के शुभारंभ का उद्देश्य न सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए महाकुम्भ के अनुभव को यादगार बनाना था, बल्कि तीर्थराज प्रयागराज को प्रगति की नई दिशा दिखाना भी था।

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