राजेश श्रीवास्तव
अयोध्या। 37वर्षों तक श्री रामलला की सेवा करने वाले श्री राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी पंचतत्व में हुए विलिन। गुरुवार लगभग 11:30 बजे श्री महाराज जी के मंदिर सत्य धाम गोपाल मंदिर निर्मोही बाजार रामघाट अयोध्या से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा हनुमानगढ़ी सिंह द्वार पर पहुंची जहां महाराज जी की आरती उतारी गई माला भेंट की गई। उसके बाद शोभायात्रा रामलला के दरबार पहुंची जहां पर यात्रा का भव्य स्वागत हुआ और उसके उपरांत चौधरी चरण सिंह घाट होते हुए शोभायात्रा मां सरयू के तट पर पहुंची, जहां सनातन वैष्णव परंपरा के अनुरूप श्री महाराज जी शिष्य आचार्य प्रदीप दास ने सनातन वैष्णव परंपरा के अनुरूप जल समाधि दी। मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास महाराज की अंतिम यात्रा में उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से खाद एवं नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति के लिए यह अपूर्णक्षति है जिसकी पूर्ति नहीं की जा सकती। हनुमानगढ़ी के महंत धर्मदास महाराज ने कहा कि 37 वर्षों तक निस्वार्थ भाव से रामलला की सेवा पुजारी महाराज के कर्तव्य निष्ठा को हम कभी भूल नहीं पाएंगे। ब्रह्मऋषि महंत रामविलास वेदांती महाराज ने कहा कि आंदोलन कल से ही पुजारी जी साथ रहे। वशिष्ठ पीठाधीश्वर महंत राघवेश दास वेदांती महाराज ने कहा कि जब से मैं अयोध्या आया गुरुदेव भगवान के साथ आचार्य जी का भी आशीर्वाद मिलता रहा और सभी विषय पर बेबाकी से टिप्पणी कैसे की जाए यह मैंने उन्हें से सीखा है, उनकी सेवा के लिए कभी-भी उनको बुलाया नहीं जाएगा वह हमेशा अयोध्या वासियों के बीच में जीवंत रहेंगे अपने विचार के रूप में। श्रीराम आश्रम के महंत जय रामदास महाराज ने कहा कि श्री महाराज जी 87 वर्ष की अवस्था में भी पुरी तन्मयता के साथ प्रभु श्री राम लला की सेवा करते थे, सेवा में उनका तनिक भी थकान महसूस नहीं होती थी। अंतिम यात्रा में नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास, हनुमानगढ़ी के महंत गौरीशंकर दास, सुंदर भवन के महंत रामकरन दास, संघ के प्रांत संपर्क प्रमुख गंगा सिंह, बबलू खान, प्रेम दास सहित हजारों की संख्या में संत महंत भक्तगण उपस्थित रहे।








