मुसैब अख्तर
परसपुर,गोंडा। नगर पंचायत परसपुर स्थित राजा भगवती प्रसाद सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शुक्रवार को हाईस्कूल के छात्र-छात्राओं के लिए भावनात्मक विदाई समारोह का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य ओम प्रकाश पांडेय एवं उप प्रधानाचार्य दर्शनानंद पांडेय ने केक काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विद्यालय से विदाई केवल एक औपचारिकता नहीं होती, बल्कि यह जीवन के एक महत्वपूर्ण अध्याय का समापन और नए सफर की शुरुआत होती है।
इस अवसर पर बीते वर्षों की यादों ने छात्रों और शिक्षकों को भावुक कर दिया। प्रधानाचार्य ओम प्रकाश पांडेय ने विद्यार्थियों को आत्मविश्वास और धैर्य के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि यह केवल एक पड़ाव है, लेकिन आगे की यात्रा अभी शेष है। उन्होंने बोर्ड परीक्षा को लेकर कहा कि छात्रों को किसी भी प्रकार का मानसिक दबाव नहीं लेना चाहिए, बल्कि सकारात्मक सोच और निरंतर अभ्यास से सफलता प्राप्त करनी चाहिए। छात्रों ने मंच से अपने अनुभव साझा किए और विद्यालय के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि इस विद्यालय ने उन्हें सिर्फ शिक्षा ही नहीं दी, बल्कि अनुशासन और गुरुजनों का स्नेह भी सिखाया, जो आगे उनके जीवन में सहायक रहेगा।
विद्यार्थियों ने अपने प्रिय शिक्षकों को उपहार भेंट कर सम्मानित किया। जब छात्रों ने अपने गुरुजनों को गले लगाकर विदाई दी, तो पूरा माहौल भावनात्मक हो गया। शिक्षक भी खुद को रोक नहीं सके और उन्होंने छात्रों को गले लगाकर आशीर्वाद दिया। कई शिक्षक और छात्र इस भावुक पल में अपने आंसू नहीं रोक पाए। इस मौके पर प्रधानाचार्य ओम प्रकाश पांडेय, उप प्रधानाचार्य दर्शनानंद पांडेय, नीरज कुमार सिंह, कपिल यादव, धर्मपाल विश्वकर्मा, रवि गुप्ता, मीना वर्मा, मीना तिवारी, संध्या सिंह, अंकिता सोनी, सुनीता सिंह सहित विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
विदाई समारोह में रिंकी पांडेय, सेंकी पांडेय, निशा सिंह, अंजली चौबे, अतुल तिवारी, आयुष पांडेय, आशीष पांडेय, रितेश कुशवाहा, शिवशक्ति विश्वकर्मा सहित कई विद्यार्थियों ने भाग लिया। विद्यालय परिवार ने सभी विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और उनके सुखद एवं सफल जीवन की कामना की। प्रधानाचार्य ओम प्रकाश पांडेय ने कहा कि यह विद्यालय हमेशा अपने विद्यार्थियों के लिए खुला रहेगा, और वे जब चाहें अपने अनुभव साझा करने के लिए यहां आ सकते हैं। विदाई समारोह के समापन के बाद छात्रों की आंखों में सपने और दिलों में यादों की सौगात थी, जो उन्हें जीवनभर प्रेरित करती रहेगी।