शिवमंंगल अग्रहरि
चित्रकूट। जिला मुख्यालय के बेड़ीपुलिया स्थित बैजनाथ भारद्वाज सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलिज बेड़ी पुलिया में हिंदू साम्राज्य के संस्थापक शिवाजी महराज एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सर संघचालक सदाशिव राव गोलवलकर गुरु जी की जयंती मनाई गई। इस दौरान विद्यार्थियों को महापुरूषों के जीवन से सीख लेते हुए देशभक्त बनने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ माता सरस्वती की प्रतिमा में माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्जवलित कर की गई। इस दौरान शिवाजी महराज एवं सदाशिव राव गोलवलकर गुरु जी के चित्रों पर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही दादू राम एवं वंदना प्रमुख विद्यार्थी नरेंद्र, अरूण, शुभ, जान्हवी आदि के द्वारा माता सरस्वती की वंदना प्रस्तुत की गई। इस दौरान छात्रा सोमी ने शिवाजी महराज एवं सदाशिव राव गोलवलकर गुरु जी के जीवन पर प्रकाश डाला।
छात्र आदर्श दीक्षित ने शिवाजी महराज की गौरव गाथा में उन्हें श्रेष्ठतम भारतीय शासक तथा स्वतंत्रता सेनानी, कुशल कूटनीतिक तथा श्रेष्ठ सेना नायक बताया। विद्यालय के इतिहास शिक्षक सुधाकर ने विद्यार्थियों को शिवाजी महराज के बाल्यकाल से लेकर कुशल शासक बनने तक की जानकारी दी। आचार्य शिवनायक ने सभी को ने शिवाजी महराज व सदाशिव राव गोलवलकर के समान देशभक्त बनने के लिए बच्चों को प्रेरित किया। प्रधानाचार्य राघवेन्द्र पाण्डेय ने विद्यार्थियों को महापुरुषों के आदर्शों पर चलने की बात कही तथा बताया कि योग्य व्यक्ति ही देश का सच्चा देशभक्त हैं, क्योंकि वह अपने कार्य से समय बदल सकता है। शिवाजी महराज एवं सदाशिव राव गोलवलकर गुरु जी जैसे स्वयंसेवकों ने देश को नई दिशा एवं दशा प्रदान की, इनका जीवन अनुकरणीय है। हम सभी को ऐसे महापुरूषों की तरह अपना कर्तव्य पूरा करना है।
इस अवसर पर आचार्य प्रमोद पाण्डेय, प्रशांत, रवि, धीरेन्द्र, जानकी, बासुदेव, शिवसागर, प्रदीप, अरूण, सुशील, गोरे लाल, आराधना, रागिनी, ज्योति सहित तमाम विद्यार्थी मौजूद रहे।