शिवमंंगल अग्रहरि
चित्रकूट। सिधौली के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में चल रही नौ दिवसीय रामकथा के चौथे दिन कथावाचक सोनेश्वर महराज ने शिव विवाह का मनमोहक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि भगवान शिव का विवाह होते ही अनेकों प्रकार के बाजे बजने लगे। आकाश से नाना प्रकार के फूलों की वर्षा हुई। भगवान शिव का विवाह संसार के लिए कल्याणकारी होगा, ऐसा मानकर यक्ष, मुनि, देव, नर, किन्नर, नाग सहित सारा ब्रह्मांड आनंदमय हो गया। भगवान शिव की बारात में भोजपुरी और अवधी गीतों पर श्रोताओं की ताली से पूरा कथा पंडाल गूंज उठा।








