मुसैब अख्तर
गोण्डा। जिले में रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार का खेल जोरों से चल रहा है। यहां आये दिन रिश्वतखोरी के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं जिम्मेदार अधिकारियों एवं कर्मचारियों में शासन व जिला प्रशासन का कोई डर नहीं दिख रहा है। इससे जिले के जिम्मेदार आला अधिकारियों की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
हाल ही में खुलेआम रिश्वत लेते एक लेखपाल का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें जिले के सदर तहसील के जानकीनगर ग्रामीण क्षेत्र में तैनात लेखपाल गिरीश कुमार को जमीन पैमाइश के लिये खुलेआम रिश्वत लिया जाना बताया जा रहा है।
फिलहाल अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस मामले में लेखपाल को नोटिस जारी किया गया है। बताया जाता है कि बुधवार को एक लेखपाल का वीडियो सामने आया जिसमें एक व्यक्ति उन्हें रूपए देते हुए साफ नजर आ रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासनिक तंत्र में खलबली मच गई। इस संबंध में एसडीएम सदर अवनीश त्रिपाठी ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में है। वीडियो में जो लेखपाल दिख रहा है, उसे नोटिस जारी किया गया है। हालांकि यह पुराना वीडियो बताया जा रहा है।
बता दें कि इसके अलावा अभी हाल ही में कर्नलगंज तहसील क्षेत्र के ग्राम चंगेरिया में कार्यरत एक लेखपाल का पैमाइश के लिए रिश्वत लेने का मामला सामने आ चुका है।
लेखपाल नौशाद अली पर 10 हजार रूपये लेने व 10 हजार की और मांग करने का गंभीर आरोप लगा है। रिश्वत के बकाया 10 हजार रूपए ना मिलने पर लेखपाल द्वारा पैमाइश न करने का मामला भी काफी चर्चा में है। यही नहीं उक्त लेखपाल के रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार की शिकायत मंडलायुक्त से भी की जा चुकी है।
पीड़ित के मुताबिक उप जिला मजिस्ट्रेट कर्नलगंज ने हल्का लेखपाल को ग्राम चंगेरिया स्थित सड़क किनारे की भूमि गाटा संख्या 844 व 843 की पैमाईश करने का आदेश दिया था। मामले में पीड़ित बृजपाल पुत्र छोटेलाल ने कमिश्नर देवीपाटन मंडल गोंडा को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।
वहीं खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय इटियाथोक में संविदा पर तैनात लेखाकार विनोद कुमार के रिश्वतखोरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में एक शिक्षक से लेखाकार विनोद रुपये लेते हुए स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। वायरल वीडियो लोगों में काफी चर्चा का विषय बना है।
विश्वस्त सूत्रों की मानें तो शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन के नाम पर यह अवैध वसूली बीआरसी केंद्र पर काफी दिनों से चल रही है। हालांकि वायरल वीडियो की समाचार पत्र/चैनल पुष्टि नहीं करता है।
मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल तिवारी ने संज्ञान में होने की बात कही थी। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इससे जिले के जिम्मेदार आला अधिकारियों की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।