
मुकेश तिवारी
झांसी। जहां लोगों को सड़क दुर्घटनाओं से बचाव हेतु विभिन्न माध्यमों से जागरूक किया जा रहा है, वहीं लापरवाही के चलते जगह-जगह आगजनी की घटनाएं भी बढ़ती जा रही हैं। आगजनी की घटनाओं में बढ़ोतरी न हो, इस हेतु लोगों को अनवरत रूप से आग से बचाव के उपायों को मॉकड्रिल के माध्यम से बताकर सचेत किया जा रहा है।
इसी परिप्रेक्ष्य में उत्तर मध्य रेलवे झांसी के पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केंद्र के सभाकक्ष में मुख्य कारखाना प्रबंधक के निर्देशन में अग्निशमन जागरूकता विषयक एक वृहद् सेमिनार का आयोजन पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केंद्र के प्राचार्य अनिल वर्मा के मुख्य आतिथ्य में किया गया। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रभारी अग्निशमन अधिकारी रामकेश शुक्ला व अग्नि सचेतक दीपशिखा शर्मा उपस्थित रहे। सेमिनार का संयोजन वरिष्ठ अग्नि सचेतक सुश्री प्रगति शर्मा ने किया। संस्थान में देश के विभिन्न शहरों से आए हुए ट्रेनीज को विशिष्ट अतिथि रामकेश शुक्ल ने आग के प्रकार, आग से बचाव के विभिन्न उपाय तथा अग्निशमन यंत्रों का प्रयोग मॉकड्रिल के माध्यम से समझाया तथा ट्रेनीज द्वारा आग से संबंधित पूछे गए प्रश्नों के भी संतोषजनक उत्तर दिए गए।
वरिष्ठ अग्नि सचेतक प्रगति शर्मा ने ट्रेनीज को बताया कि एक्सपायरी डेट का सिलेंडर कतई ना लें। जीर्ण—शीर्ण तारो को तुरंत बदलवायें तथा विद्युत उपकरणों के बीच 15 सेंटीमीटर की दूरी अवश्य रखें। अंत में मुख्य अतिथि प्राचार्य एसटीसी अनिल वर्मा ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन होते रहने चाहिए जिससे लोगों में जागरूकता बनी रहे।
इस अवसर पर फायरमैन जितेंद्र नायक, आशीष यादव, मुख्य अनुदेशक मनीष कुमार, वरिष्ठ अनुदेशक जितेंद्र शर्मा, शैलेंद्र साहू, राजीव जैन, शैलेंद्र सिंह, विवेकानंद सिंह, दीपक शर्मा, विजय वर्मा के अतिरिक्त लगभग 100 ट्रेनीज ने सेमिनार में प्रतिभाग किया। सेमिनार का संचालन जितेन्द्र शर्मा ने किया।








