रूपा गोयल
बांदा। बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों की लम्बे समय से लंबित कई महत्वपूर्ण मांगों के प्रति इंडियन बैंक्स एसोसिएशन के नकारात्मक, उदासीन व ढुलमुल रवैये से मजबूर होकर यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स ने 24 मार्च व 25 मार्च को राष्ट्रव्यापी हड़ताल की घोषणा की है।
इस हीला—हवाली को लेकर बैंक कर्मचारियों में भारी अशंतोष पनपने के कारण यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के सामने शंघर्ष ही एक मात्र विकल्प बचा है। सभी मांगों को लेकर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स ने छावानी रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक की मुख्य शाखा के सामने उग्र प्रदर्शन किया।
हमारी प्रमुख मांगों में बैंकिंग उद्योग में पांच दिवसीय कार्य सप्ताह का कार्यान्वयन, सभी संवर्गों में पर्याप्त भर्तियां, सभी अस्थायी कर्मचारियों को नियमित करना, सार्वजानिक क्षेत्र के बैकों में कर्मचारियों व अधिकारियों के निदेशक पदों का भरना, शाखाओं के अंदर कर्मचारियों व अधिकारियों पर हो रहे शारीरिक हमलों से सुरक्षा सुनिश्चित करना, कर्मचारियों व अधिकारियों को रियायती दरों में मिलने वाले कर्मचारी कल्याण लाभों पर आयकर की वसूली को रोकना, सरकार द्वारा बैंक में 51 प्रतिशत शेयर को बनाये रखना, आईबीए के पास लंबित मुद्दों का समाधान आदि।
प्रदर्शन में कामरेड रावेन्द्र शुक्ला, नरेंद्र कश्यप, शशिकांत गुप्ता, कुलदीप यादव, आसिफ नजमी, अरुण अम्बेडकर, नीरज तिवारी, आशुतोष तिवारी, नवल, दीपक गुप्ता, जितेन्द्र सागर, पराग वर्मा, संतोष सविता, जीतेन्द्र, अजीत, गौरव, चुन्नू लाल, महेश चौरसिया, अंकित अवस्थी, दिलशाद, अजीत, गोविन्द, विनय सिंह, बालेन्द्र सिंह, आनंद सिंह, चंद्रा जी सहित कर्मचारियों व अधिकारियों ने हिस्सा लिया। यह जानकारी यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के संयोजक रावेन्द्र शुक्ला ने दी है।