Home UTTAR-PRADESH अधिवक्ता संघ बैठक में अध्यक्ष ने कहा— सर्वसम्मति से कानून मंत्री का...

अब्दुल मोबीन सिद्दीकी
उतरौला (बलरामपुर)। अधिवक्ता संघ उतरौला की आम सभा की आकसिमक बैठक मंगलवार को बार संघ भवन में अध्यक्ष अखिलेश सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में प्रस्तावित संशोधन बिल पर विस्तृत चर्चा की गई। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि चौराहे पर कानून मंत्री का पुतला फूंका जाएगा।
बैठक में वरिष्ठ अधिवक्ता इजहारुल हसन ने प्रस्तावित संशोधन बिल का पुरजोर विरोध करते हुए सड़क पर आंदोलन करने की बात कही गई। एसएल मिश्र ने कहा कि प्रस्तावित संशोधन बिल के विरोध में शांति पूर्ण ढंग से जुलूस निकालकर विरोध जताये। रमाशंकर मौर्य ने प्रबल विरोध करने की बात बैठक में कही गई। निजाम अंसारी ने कहा कि प्रस्तावित बिल का पूर्ण विरोध किया जाय। अगर नहीं हो सकता है कि केवल प्रतीकात्मक विरोध जताए और सभी कार्य किया जाय। लालजी मिश्र व सुरेंद्र श्रीवास्तव ने सरकार का विरोध करते हुए कहा कि अपने मांग के समर्थन में आर पार की लड़ाई लड़नी होगी।
अनीसुल हसन रिजवी ने कहा कि प्रस्तावित संशोधन बिल के माध्यम से वकीलो को गुलाम बनाने की कोशिश है। हमें अपने आत्म—सम्मान के लिये लड़ना होगा। पूर्व मंत्री अमित श्रीवास्तव ने अधिवक्ता संशोधन बिल पर हमें अपने अधिकारों के लिए लड़ना पड़े तो उसके लिये तैयार रहना होगा। हड़ताल पर काम करने वाले अधिवक्ताओ के ऊपर कार्यवाही की जाय।
पूर्व अध्य्क्ष प्रहलाद यादव ने कहा कि चक्काजाम करें। बैनामा पंजीकरण पर रोक लगाए, किसी प्रकार की हड़ताल के दौरान छूट न दे। सुधीर श्रीवास्तव ने सभी अधिवक्ताओ की भागीदारी सुनिश्चित हो। आंदोलन में भाग न लेने वाले अधिवक्ताओ के विरुद्ध कार्यवाही करें। अध्य्क्ष अखिलेश सिंह ने बताया कि पूर्ण रूप से बुधवार को हड़ताल रहेगी। हड़ताल के दौरान कार्य करने वाले अधिवक्ताओं को 3 वर्ष के लिये निष्कासित कर दिया जाएगा।
बैठक में रमेश चौबे, अखिलेश यादव, अजय विमल, रमेश गुप्त, धर्मराज यादव, नसीम अहमद, प्रवीण कुमार, अब्दुल मोईद सिद्दीकी, रामचन्दर जायसवाल, बाबर अली, मोहीब खान, प्रवेश गुप्त, योगेश वर्मा, व्यासमुनि पांडेय, शम्भू लाल गुप्त, आशीष कसौधन, शहबाज फजल, आरिफ सिद्दीकी सहित अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे।











