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56 यूपी एनसीसी बटालियन ने किया सम्मानित
मुकेश तिवारी
झाँसी। भारतीय सेना में 31 वर्षों तक अनुकरणीय सेवा देने के बाद सूबेदार मेजर जय प्रकाश सेवानिवृत्त हो गए। इस अवसर पर 56 यूपी एनसीसी बटालियन, झाँसी में एक गरिमामयी विदाई समारोह आयोजित किया गया जिसमें उनके योगदान को सम्मानित किया गया। समारोह में एनसीसी अधिकारी, सैनिक, क्लेरिकल स्टाफ और अन्य सहयोगी कर्मियों सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के निवासी सूबेदार मेजर जय प्रकाश ने 1993 में अहमदनगर, महाराष्ट्र में एक सैनिक के रूप में भारतीय सेना में अपनी सेवा की शुरुआत की थी। अपने समर्पण और बहादुरी के कारण उन्होंने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ निभाईं। 1998 में 26 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) के साथ आतंकवाद-रोधी अभियान में उन्होंने वीरता दिखाते हुए आतंकवादियों का सफाया किया, जिसके लिए उन्हें जीओसी-एनसी प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। उनकी अनुकरणीय सेवाओं को देखते हुए 2016 में उन्हें दोबारा यह सम्मान प्राप्त हुआ।
उन्होंने अपनी सेवाओं के दौरान देश के विभिन्न राज्यों में काम किया। 56 यूपी एनसीसी बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल प्रशांत कक्कर ने सूबेदार मेजर जय प्रकाश की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी अनुशासनप्रियता, नेतृत्व क्षमता और समर्पण अद्वितीय रहे हैं। उन्होंने अपने अनुभव से न केवल बटालियन को मजबूत किया, बल्कि कैडेट्स और सैनिकों को भी राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित किया।
उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के एएनओ मेजर (प्रो.) एसके कबिया ने भी उनके योगदान की सराहना करते हुए कहा कि सूबेदार मेजर जय प्रकाश केवल एक अनुशासित सैनिक ही नहीं, बल्कि एक प्रेरणादायक मार्गदर्शक भी हैं। उन्होंने एनसीसी कैडेट्स को अनुशासन, नेतृत्व और राष्ट्रभक्ति के मूल्यों से अवगत कराया। उनकी सेवाएँ एनसीसी के लिए अमूल्य हैं। इस अवसर पर सूबेदार मेजर जय प्रकाश ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि भारतीय सेना में सेवा देना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है।
आतंकवाद-रोधी अभियानों से लेकर एनसीसी कैडेट्स को प्रशिक्षित करने तक, मैंने हर जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभाया। आज जब मैं सेवानिवृत्त हो रहा हूँ, तो संतोष और गर्व का अनुभव कर रहा हूँ कि मैंने अपने राष्ट्र के लिए सेवा दी। सेना और एनसीसी में बिताया गया समय मेरे जीवन का स्वर्णिम काल रहा है। सूबेदार मेजर जय प्रकाश की सेवानिवृत्ति पर उनके गाँव और महेंद्रगढ़ जिले में भी गर्व और सम्मान का माहौल है।
उनकी प्रेरणादायक यात्रा से प्रभावित होकर गाँव के कई युवा सेना और राष्ट्रसेवा की ओर अग्रसर हो रहे हैं। इस अवसर पर कई प्रशासनिक अधिकारी, एनसीसी अधिकारी, सैनिक, क्लेरिकल स्टाफ और अन्य सहयोगी कर्मचारी उपस्थित रह। इस दौरान कर्नल अंशुमन सक्सेना, मेजर ललित सिंह, सूबेदार ओमवीर सिंह, सूबेदार, चीफ ऑफिसर सत्येंद्र चौधरी, लेफ्टिनेंट धीरेंद्र यादव, लेफ्टिनेंट विशाल यादव, हेमंत चंद्रा, आनंद सेराटिया, अरविंद, राजकुमार हवलदार, कुलविंदर सिंह, हवलदार जसविंदर, हवलदार सुखविंदर, अमर सिंह, सूबेदार, मोहम्मद इरशाद आदि शामिल थे।











