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एक्सरे मशीन बना शो पीस, मरीज लाभ से वंचित
महेश पाल/हिमांशु विश्वकर्मा/शमीम अहमद
मडियाहूं, जौनपुर। स्थानीय तहसील अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर का मुख्य गेट कई महीनों से टूटा पड़ा है। प्रतिदिन सैकड़ों मरीज, हॉस्पिटल के कर्मचारी, अधिकारी, अधीक्षक, पत्रकार, राजनीतिक दलों के नेता, जनप्रतिनिधि आदि लोगों का आवागमन प्रतिदिन होता है। गैरजिम्मेदारों को छोड़िए लेकिन स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर के अधीक्षक को तो ध्यान देना चाहिए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के जो जिम्मेदार हैं, शायद वह लोग यह भूल रहे हैं।
इसी जिम्मेदारी को सुव्यवस्थित तरीके से बनाए रखने एवं जनता की सेवा हेतु उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार सैलेरी देती है। उसी सेलरी से हमारा घर परिवार चलता है एवं हम जिम्मेदारों के घर मकान गेट बनते हैं। क्या हमारे घर का मुख्य गेट महीनों से टूटा छोड़ सकते हैं? सरकारी, विभागों के कार्यालयों, हॉस्पिटलों, संस्थाओं में सरकार के योजनाओं एवं स्वच्छता की धज्जियां उड़ाने में कोई कोर कसर छोड़ने से बाज नहीं आते दिखाई देते हैं।