रूपा गोयल
बांदा। बहुचर्चित बिकरु हत्याकाण्ड के बलिदानी सीओ देवेंद्र मिश्रा की पत्नी आशा मिश्रा इन दिनों न्याय के लिए दर-दर भटक रही हैं। जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम करने का दावा कर रही है। वहीं शहीद सीओ की पत्नी न्याय की आस लगाए बैठी है। शहीद सीओ की संपत्ति में आशा मिश्रा के देवरों ने उनका मकान हड़प लिया है और मकान में घुसने नहीं दिया जा रहा। शहीद सीओ की पत्नी आशा मिश्रा अपने मकान में जाती भी है तो उसे जान से मारने की धमकी मिल रही है। आपको बतातें चले कि पूरा मामला बांदा नगर कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ए ब्लॉक आवास विकास कालोनी का है। जहां बीते माह विकरु कांड के शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा की पत्नी आशा मिश्रा एक शादी समारोह में बांदा आई हुई थी।
इस दौरान जब वह अपने आवास पर पहुंची तो उसके मकान के बाहर ताला लगा हुआ मिला। जिस वजह से वह परेशान होकर पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल के चौखट पर पहुंची और वहां उन्होंने एक तहरीर दी की उनके मकान पर उनके देवरों ने उनके हिस्से के मकान में कब्जा कर लिया है और मकान में रखे सारे सामान की चोरी कर ली है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने नगर कोतवाली में चोरी का मुकदमा दर्ज कराया है। फिलहाल अभी तक सामान की ना तो बरामद की हुई है और ना ही चोर पकड़े गए हैं।
नगर कोतवाली थाना पुलिस ने जब इस मामले की तहकीकात की तो पता चला की संपत्ति का विवाद इस मकान का चल रहा है। हालांकि इस मकान में तीन दावेदार हैं जिसमें पहले दावेदार शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा की पत्नी आशा मिश्रा की है तो वहीं आशा मिश्रा के दो देवर भी उसी मकान के दावेदार हैं। आशा मिश्रा ने न्यायालय में एक रिट दायर किया है। उस रिट में स्टे लगा हुआ है। उसके बावजूद भी दबंग देवरो ने मकान के ऊपरी हिस्से में निर्माण कार्य कर लिया है। जोकि न्यायालय के आदेशों की धज्जियां उड़ाई है।
जिस पर पुलिस ने अब तक किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की है। आशा मिश्रा का कहना है कि इस मकान के सिर्फ तीन ही दावेदार हैं बाकी सात बहनों ने जो हलफनामा दिया है वह पूरी तरह से फर्जी है। आशा मिश्रा ने वीआईपी न्यूज़ के जिला संवाददाता से कहा कि अगर मुझे न्याय नहीं मिलेगा तो मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर अपने परिवार सहित आत्मदाह करूंगी। फिलहाल पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने मामले को संज्ञान में लेकर दो टीम गठित कर दी है और जल्द से जल्द निपटारे की बात कह रही है। अब देखना यह होगा कि आशा मिश्रा को न्याय कब तक मिल पाता है।