Home UTTAR-PRADESH डीएम ने की गौआश्रय स्थलों के निर्माण, संचालन एवं संरक्षण की प्रगति...
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गांव एवं कस्बों में गौवंश संरक्षण के महत्व को समझाते हुये अधिकाधिक भूसा दान के लिये किया जाय प्रेरित
ममता शर्मा
अलीगढ़। जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में पशुपालन विभाग द्वारा गौआश्रय स्थलों के निर्माण, संचालन एवं संरक्षण के संबंध में बैठक आहुत की गई जहां उन्होंने कहा कि जिले में 100 प्रतिशत गौवंश संरक्षण किए जाने के साथ ही स्थानीय नागरिकों से समन्वय स्थापित कर भूसा एकत्रित किया जाए। भूसा बैंक की स्थापना करते हुए गौशालाओं में सुरक्षित भूसा गोदाम बनाए जाएं। गॉव एवं कस्बों में लोगों को गौवंश संरक्षण के महत्व को समझाते हुए अधिकाधिक भूसा दान के लिए प्रेरित किया जाय।
जिलाधिकारी ने गौवंशों को पर्याप्त हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए गौशालाओं से संबद्ध चारागाहों में हरा चारा बोए जाने के निर्देश देते हुए संबंधित खण्ड विकास अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए। उन्होंने एसएफसी पूलिंग में प्राप्त धनराशि का सदुपयोग गौशालाओं की सुरक्षा एवं संरक्षण में करने के निर्देश दिये।
सीवीओ डा0 दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि जिले में 140 गौआश्रय स्थल एवं 05 वृहद गौआश्रय स्थल हैं। विभिन्न विकास खण्डों में 28 अस्थाई गौआश्रय स्थलों का कार्य प्रगति पर है जिस पर डीएम ने जल्द से जल्द कार्य पूर्ण कराते हुए संचालित करने के निर्देश दिए। सीवीओ ने बताया कि एसएफसी पूलिंग में 1 करोड़ 42 लाख 57 हजार 927 की धनराशि के सापेक्ष 66 लाख रूपये व्यय किए गए हैं। सहभागिता में लगभग 2500 लाभार्थियों को 5735 गाय प्रदान की गई हैं जिनका सत्यापन कार्य प्रगति पर है।











