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कहा— वर्षों से लम्बित पड़े मुआवजे की आवाज को उठाना क्या गुनाह है?
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पुलिस ने किसान नेता को किया हाउस अरेस्ट
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किसानों ने वीडियो जारी करके बताया जंगलराज
अमित जायसवाल
चन्दवक, जौनपुर। जौनपुर महोत्सव में मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ के आगमन से पहले पुलिस ने विरोध की आशंका के मद्देनजर बोड़सर गांव निवासी किसान नेता अजीत सिंह को उनके चंदवक बाजार में स्थित पूर्वांचल किसान संगठन कार्यालय पर पहुंचकर हाउस अरेस्ट कर लिया।
कार्यालय पर मौजूद किसानों ने एक वीडियो के जरिए बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि हम सभी किसान अजीत सिंह ने नेतृत्व में कार्यालय पर उपस्थित होकर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पहुंचने की योजना थी, मगर जब तक हम लोग कार्यालय पर उपस्थित होते तब तक पुलिसकर्मियों द्वारा किसान नेता को हाउस अरेस्ट कर लिया गया। ऐसे में हम सभी किसानों को मुख्यमंत्री से मिल अपनी बात कहने लिए रोक दिया गया। किसान यही तक नहीं रुके। उन्होंने इस सरकार की तुलना में अंग्रेजी हुकूमत को बेहतर बताते हुए कहा कि आज जंगलराज हो गया है।
अग्रेजों के जमाने में हर किसी की बातों को सुना जाता था मगर आज समस्या को सुनाने से पहले ही उसे रोक दिया जाता है जबकि संविधान हमे अपने हक, अधिकार की बात रखने की आजादी देता है। बड़ा सवाल आखिर क्यों हर बार मुख्यमंत्री के आगमन से पहले ही किसानों के मुद्दे व सड़क दुर्घटना व अन्य समस्याओं के समाधान करने की बजाय किसान नेता अजीत सिंह को हाउस अरेस्ट करने पुलिस उनके घर पहुंच जाती है? आखिर ये सवाल पूछे तो किससे?
क्या क्षेत्र की समस्या मुख्यमंत्री को सुनना है गुनाह: अजीत
पुलिस द्वारा कार्यालय पर हाउस अरेस्ट के बाद किसान नेता अजीत सिंह ने सवाल किया है कि क्या क्षेत्र की समस्या व किसानों के वर्षों से लंबित पड़े मुआवजे की आवाज को उठाना गुनाह है? भूमि अधिग्रहण के मुआवजा को लेकर वर्षों से आस लगाए लगभग हजारों की संख्या में किसानो की मृत्यु हो गई। किसान मुआवजा को लेकर दो बार धरना प्रदर्शन कर चुके है। मुआवजा देने की बात को बोलकर अधिकारियों द्वारा धरना समाप्त कराया जाता है लेकिन जब मुआवजा देने की बात होती है तो फिर इसकी सुधी लेने वाला कोई नहीं होता है।
वहीं देश के पहले अधूरे राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोल प्लाजा बनाकर अधिकारियों और माफिया को मिलाकर धड़ल्ले से टोल टैक्स की वसूली की जा रही है। वहीं चंदवक क्षेत्र में लगभग 16 किलोमीटर सड़क वनवे होने से बड़े वाहनों के आवागमन से आये दिन आम जनमानस दुर्घटना का शिकार हो रहा है। इन्हीं सब बातों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने जा रहे थे, मगर जाने से पहले ही हमें हाउस अरेस्ट कर लिया गया है।