राजेश पाल
धर्मापुर, जौनपुर। स्थानीय ब्लॉक प्रमुख विमलेश यादव के विरुद्ध ले गये अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में जहां 29 वोट पड़े वहीं दो मत अवैध पाए गए जिसको लेकर काफी माता पक्षी करने के बाद भी चुनाव अधिकारी किसी नतीजे पर पहुंचने में सफल रहे तथा मामले से डीएम को अवगत कराया गया।
बता दें कि धर्मापुर ब्लॉक प्रमुख विमलेश यादव के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव की बैठक बुधवार को आहूत की गई। ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ 19 मार्च को होने वाली बैठक को स्थगित कर दिया गया था जिसके पीछे एसडीएम की तबीयत खराब होना तथा कुछ सदस्यों को समय से नोटिस ना पहुंचने का कारण बताया गया था और उसी दिन यह तय किया गया था कि अभी यहां बैठक 9 अप्रैल को की जाएगी।
विदित हो कि वार्ड संख्या 37 क्षेत्र पंचायत सदस्य नीलम पाल द्वारा धर्मापुर की ब्लॉक प्रमुख विमलेश यादव के विरुद्ध 20 जनवरी को 30 से अधिक निर्वाचित सदस्यों के हस्ताक्षर और निशानी अंगूठा सहित शपथ पत्र अविश्वास प्रस्ताव की नोटिस जिला मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया गया था जिस पर नियमानुसार विश्वास प्रस्ताव की क्षेत्र पंचायत की बैठक 19 मार्च को 11 बजे आहूत की गई थी। अध्यक्षता करने के लिए एसडीएम सदर को नामित किया गया था परंतु ऐन वक्त पर एसडीएम सदर ने रिपोर्ट दी थी कि उनका स्वास्थ्य खराब हो गया था।
उनके संज्ञान में आया था कि कुछ क्षेत्र पंचायत सदस्यों का नोटिस निर्धारित समय में प्राप्त नहीं हुई है जिसके कारण प्रक्रियात्मक त्रुटि होने की संभावना है। एसडीएम सदर ने उस समय धारा 15 की उपधारा 4 का व चार ख के अंतर्गत होने वाली बैठक को विश्वास प्रस्ताव के संबंध में अग्रिम बैठक 9 अप्रैल बुधवार समय 11 बजे क्षेत्र पंचायत धर्मापुर कार्यालय पर आहूत की गई जहां सुबह दस बजे से ही भारी फोर्स पहुंच गयी।
इस बाबत पूछे जाने पर एसडीएम सदर पवन सिंह ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव पर कुल 31 मत डाले गये जिसमें 29 मत अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े जबकि दो मत अवैध पाये गये। सारी सूचना को जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र को अवगत करा दिया गया है। फाइनल रिजल्ट वहीं से जारी किया जाएगा।