जयचन्द्र
अमांपुर, कासगंज। गेंहू की कटाई का कार्य तेजी से चल रहा है। आंधी-बारिश के अलर्ट को लेकर किसान गेंहू की फसल को सुरक्षित करने के लिए दिन रात जुटे हुए हैं। गुरुवार की सुबह आसमान में बादल छाने और दोपहर के समय धूप की लुकाछिपी का खेल देखकर किसानों की सांसे अटक रहीं हैं। क्षेत्र में इस समय किसान गेंहू की मड़ाई के बाद खेतों में पड़े भूसे को सुरक्षित करने में जुट गए है। कोई बुर्जी, बिटौर बनाने में जुटे हुए है। वहीं मजदूरों की कमी के चलते खेतों में गेंहू के बोझ कटे हुए पड़े है। पशुपालन करने के लिए पशुओं के लिए हरे चारे के साथ भूसा का भण्डारण करना पशुपालकों के लिए बहुत आवश्यक होता है। गेहूं की फसल की कटाई के बाद मढ़ाई का कार्य तेजी से चल रहा है। पशुपालकों को सबसे पहले सुरक्षित भूसा का भण्डारण के काम को प्राथमिकता से करना चाहिए, ताकि आंधी, तूफान तथा बारिश से भूसे को बचाया जा सके।