तरूण चौबे
सुजानगंज, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के श्री महावीर धाम सेवा समिति अरूणपुर के तत्वावधान में महावीर महाराज धाम अरूणपुर में आयोजित श्री मद् भक्तमाल कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया है। ज्ञान यज्ञ की 5वें दिन श्रोता कथा का रसपान कर भाव—विभोर हो उठे। श्री धाम वृंदावन से पधारे हरिप्रिया दास जी ने कथा के पंचम दिवस की कथा में विशाखा सखी के अवतार श्री हरिराम व्यास जी के चरित्र पर प्रकाश डाला। श्री व्यास ही ओरछा में एक हज़ार घर के यजमान थे एवं राजा मधुकर शाह के यहां राजगुरु के पद पर प्रतिष्ठित थे। आपको सरस्वती जी सिद्ध थे एवं दिग्वजय करते हुए काशी आए भगवान शिव प्रकट होकर आपको आपके वास्तविक स्वरूप का बोध कराए और आप वृंदावन में श्री हरिवंश महाप्रभु के सन्निधि प्राप्त की।
जब राजा मधुकर शाह लिवा जाने के लिए आया तो आप मुख पर कालिख पोत लिए और बोले जो वृंदावन आता है, उसका मुख उज्जवल हो जाता है और जो वृंदावन को छोड़ कर जाता है। उसका मुख काला हो जाता है, इसलिए आप अपना मुख काला कर के वृन्दावन के समस्त वृक्षों को लिपट लिपटकर रोने लगे तब आपको श्री हित हरिवंश महाप्रभु ने अखंड ब्रज वास करने का आशीर्वाद प्रदान किया। इस अवसर पर तमाम लोग उपस्थित रहे।