सन्दीप पाण्डेय
महराजगंज, रायबरेली। शासन के सख्त निर्देश के बावजूद तहसील में प्राइवेट कर्मचारियों का बोल बाला देखा जा सकता है। गुरुवार दोपहर स्थानीय तहसील से वायरल हुए वीडियो में सरकारी दस्तावेजों को इधर से उधर करने की एक वीडियो वायरल हुई। वीडियो वायरल होते ही तहसील प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिसको लेकर तहसील प्रशासन पर लोग सवाल खड़े कर रहे है। बताते चलें कि शासन के सख्त निर्देश के बाद भी सरकारी कार्यालयों में प्राइवेट कर्मचारी दिखाई दे रहे है।
यहां तक कि अब तहसील में सरकारी दस्तावेजों को इधर से उधर करने के लिए प्राइवेट कर्मचारी रखे जा रहे हैं। शुक्रवार को स्थानीय तहसील के उपजिलाधिकारी न्यायालय का एक वीडियो वायरल हो रहा जिसमें प्राइवेट कर्मचारी को सरकारी दस्तावेज के साथ इधर उधर करना देखा जा सकता है हालांकि इस वीडियो की पुष्टि तेजस टूडे नहीं करता। स्थानीय लोग अब अपने दस्तावेजों को तहसील में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे है। वीडियो वायरल होते ही तहसील में हड़कंप मच गया। उपजिलाधिकारी सचिन यादव ने बताया कि कोई प्राइवेट कर्मचारियों को रखा नहीं गया है।वायरल वीडियो को जांच कराई जाएगी।
मनीष सैनी हत्याकाण्ड से जोड़ा जा रहा वायरल वीडियो
शुक्रवार दोपहर वायरल हुए वीडियो क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। स्थानीय लोग अब इसे बीते दिनों हुई मनीष सैनी हत्याकांड से जोड़कर भी देखा रहे है क्योंकि वायरल हुए वीडियो में राहुल नाम का प्राइवेट कर्मचारी फाइलों को इधर उधर करता देखा जा रहा है। वह मनीष सैनी के कातिल सुनील का सगा भाई बताया जा रहा है, जिसका नाम राहुल है। वहीं मनीष की मां का कहना है कि आरोपी सुनील का भाई राहुल तहसील में बाबू है तो ऐसे कैसे हमको न्याय मिल पाएगा।