हरिओम सिंह
गोशाईगंज, अयोध्या। भक्त के बस में हैं भगवान एक भजन मे “जब एक बूढ़ी मां का लल्ला लड्डू गोपाल जब उसकी बहू के हाथ से छूट गया था तब बूढ़ी मां ने लल्ला को डाक्टर से दिखाने की बात की और जब डाक्टर चेक करता है तो उसको मूर्ति में जान प्रतीत होता है।” ऐसे ही धर्मनगरी अयोध्या में एक कथावाचक राधेश शास्त्री का मन अपने लड्डू गोपाल को एडमिशन की का हुआ और उन्होंने अपने कुछ करीबियों के साथ अपने लड्डू का गोशाईगंज स्थित आरबी सिंह मेमोरियल वंडर किड्स प्ले स्कूल में जाकर एडमिशन कराया और स्कूल में लड्डू गोपाल का नाम कुंज बिहारी लिखवाया और रोल नंबर 1 मिला। साथ ही अभिभावक के रूप अपना नाम सेवक लिखवाया और कथा वाचक ने कुंज बिहारी का खुद डिजिटल अटेंडेंस लगाया। स्कूल में लड्डू गोपाल का स्वागत फूलों की बारिश कर बच्चों ने राधे—राधे का गुणगान किया।
संचालक सीमा सिंह ने अपना व अपने स्कूल का सौभाग्य बताया। अपने स्कूल में लड्डू गोपाल के एडमिशन पर और स्कूल के प्रबंधक अभिषेक सिंह ने कहा कि प्ले स्कूल में बच्चों को रामायण, महाभारत, गीता, उपनिषद के साथ साथ सनातन संस्कार भी दिया जाता है।