-
डॉ. अंबेडकर की 134वीं जयंती के बाबत आयोजित हुई कला प्रतियोगिता
मुकेश तिवारी
झांसी। डॉ भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती पर ललित कला संस्थान बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी और राष्ट्रीय सेवा योजना, इकाई द्वितीय द्वारा एक भव्य कला प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। प्रतियोगिता में 70 से अधिक प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रतिभागियों ने अपने चित्रों में डॉ. अंबेडकर के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं का कलात्मक अंकन किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक राज बहादुर और उप कुलसचिव सुनील सेन अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे परीक्षा नियंत्रक राज बहादुर ने कहा कि डॉ अंबेडकर के विचारों को कला के माध्यम से व्यक्त करना एक सराहनीय प्रयास है। आज प्रस्तुत किए गए चित्रों में छात्रों ने अपनी कलात्मक प्रतिभा के साथ बाबा साहेब के प्रति अपनी समझ और सम्मान भी दर्शाया है। ललित कला संस्थान हमेशा ऐसे आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थियों को समाज के महान व्यक्तित्वों से परिचित कराने का प्रयास करता रहेगा। कला न केवल अभिव्यक्ति का माध्यम है बल्कि सामाजिक परिवर्तन का एक सशक्त हथियार भी है जिसका उपयोग डॉ अंबेडकर के विचारों को आगे बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।
मुख्य अतिथि उप कुलसचिव सुनील सेन के कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर जी की 134वीं जयंती पर आयोजित इस कला प्रतियोगिता के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का ललित कला संस्थान और राष्ट्रीय सेवा योजना बधाई के पात्र हैं। यह हर्ष का विषय है कि इतनी बड़ी संख्या में युवा प्रतिभागियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया और बाबा साहेब के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को अपने चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया। आज के युवाओं को बाबा साहेब के विचारों से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। उनके द्वारा दिखाए गए शिक्षा, संघर्ष और समानता के मार्ग पर चलकर ही हम एक समृद्ध और न्यायपूर्ण समाज का निर्माण कर सकते हैं।
डॉ श्वेता पांडेय समन्वयक ललित कला संस्थान और राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई-द्वितीय की कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि आज के इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को डॉ अंबेडकर के जीवन और संघर्षों से परिचित कराना है। हमारे विद्यार्थियों ने अपनी कलाकृतियों के माध्यम से बाबा साहेब के जीवन के विभिन्न पहलुओं को बड़ी ही सुंदरता से प्रस्तुत किया है। उनके चित्रों में संविधान निर्माण, शिक्षा के महत्व, सामाजिक न्याय और मानवाधिकारों के प्रति बाबा साहेब की प्रतिबद्धता स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। राष्ट्रीय सेवा योजना और ललित कला संस्थान का यह संयुक्त प्रयास हमारे छात्रों को न केवल कलात्मक अभिव्यक्ति का अवसर देता है, बल्कि उन्हें राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले महापुरुषों के विचारों से भी जोड़ता है। कार्यक्रम का संचालन गजेंद्र सिंह और दिलीप कुमार ने आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में ललित कला संस्थान के शिक्षक डॉ संतोष कुमार, डॉ अंकिता शर्मा, डॉ रानी शर्मा सहित छात्र अलादीन, सत्यम, यश, नरेश, शिवदयाल, स्वाति, ममता, अक्षय कुमार, तरुणा, प्रतीक्षा, पायल, मुस्कान आदि उपस्थित रहे।