तरूण चौबे
सुजानगंज, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के अरूणपुर में आयोजित श्रीमद् भक्तमाल कथा ज्ञान यज्ञ के विश्राम दिवस पर निकली गई भव्य कलश यात्रा। श्री धाम वृंदावन से पधारे हरिप्रिया दास जी ने कथा के सप्तम दिवस (विश्राम सत्र) की कथा में महाराज जी ने दिव्य महारास एवं गोपी उद्धव संवाद की चर्चा की।
उन्होंने मुख्य वृंदावन की महिमा का गान करते हुये कहा कि वृन्दावन में कैसा भी शुष्क हृदय वाला व्यक्ति जाय, वहां जाकर उसके अंदर प्रेम उमड़ने लगता है, क्योंकि जब भगवान श्री कृष्ण और बलराम जी जब गोकुल से वृंदावन आए तो उन्हें जमुना जी गिरराज जी और वृंदावन के सुरम्य वन को देखकर प्रेम की प्राप्ति हो गई। यहां मुक्ति भी पानी भरती हैं और भक्ति नृत्य करती है। इसी के साथ आज कथा का विश्राम हुआ और विश्राम दिवस पर भव्य कलश यात्रा निकाली गई जो श्री महावीर धाम से निकलकर सुजानगंज चौराहा होते हुए श्री गौरीशंकर धाम पर जाकर सम्पन्न हुई।