अश्वनी सैनी
उन्नाव। पारिवारिक कलह के चलते टूटने की कगार पर पहुंचे कई परिवारों को महिला हेल्प डेस्क और परिवार परामर्श केंद्र की सक्रिय भूमिका से नया जीवन मिला है। पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर के कुशल निर्देशन में जनपद के समस्त थानों में संचालित महिला हेल्प डेस्क पर पति-पत्नी के बीच चल रहे विवादों को सुलझाने के लिए विशेष काउंसलिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान विवादित जोड़ों को थानों पर बुलाकर समझाइश दी गई और सुलह कराकर उन्हें एक साथ रहने का संकल्प दिलाया गया। इस सराहनीय प्रयास के तहत परिवार परामर्श केंद्र से 7 महिला थाना से 6, थाना गंगाघाट से 5, थाना सफीपुर व सोहरामऊ से 2-2 तथा थाना बारासगवर, असोहा, औरास, अचलगंज व बांगरमऊ से 1-1 जोड़ों को सुलह के बाद एक साथ विदा किया गया। सभी जोड़ों ने आपसी मनमुटाव भुलाकर एक नई शुरुआत करने का वादा किया। इस पुनीत कार्य में प्रभारी परिवार परामर्श केंद्र समिति के डॉ. आशीष श्रीवास्तव, डॉ. अवसार अली, डॉ. सागीर अहमद, अबरार हुसैन, मनीष सिंह सेंगर, संजय चौरसिया, शिल्पी श्रीवास्तव, तबस्सुम नफीस और सहयोगी अंकित सिंह, शिवेन्द्र सिंह का विशेष योगदान रहा।
पुलिस टीम की ओर से प्रभारी निरीक्षक परिवार परामर्श केंद्र संतोष कुमारी सिंह, महिला थाना प्रभारी निरीक्षक रेखा सिंह, उप निरीक्षक ज्ञान सिंह और महिला कांस्टेबल पूजा चौधरी, पूजा यादव, प्राची चौहान, सोनी मिश्रा, तरुण, लक्ष्मी सिंह, कंचन कटियार, रीता, दीपा, साधना, शकुंतला, मीनू और शीलू पाल ने पूरी तत्परता से इस अभियान में भागीदारी निभाई। यह अभियान न केवल प्रशासनिक संवेदनशीलता का परिचायक है, बल्कि समाज में परिवार की एकता और सामाजिक स्थायित्व को बनाए रखने की दिशा में एक अहम कदम भी है। महिला हेल्प डेस्क की इस पहल से साबित हुआ है कि संवाद और समझदारी के जरिए बड़ी से बड़ी पारिवारिक समस्याओं का समाधान संभव है। उन्नाव पुलिस की यह कोशिश अन्य जिलों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकती है।