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फसलों को भारी नुकसान, खेतों में पसरा सन्नाटा
राकेश शर्मा
खेतासराय, जौनपुर। बीते दिनों आए तेज तूफान और बारिश ने क्षेत्र के किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। कड़ी मेहनत और उम्मीदों से बोई गई फसलें अब खेतों में बर्बादी की तस्वीर बनी हुई हैं। युनुसपुर, मनेछा और आस-पास के गांवों में कई किसानों की फसलें या तो पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं या फिर बर्बादी के कगार पर हैं। युनुसपुर के अमरनाथ यादव की तीन बीघा गेहूं की फसल पूरी तरह से गिर चुकी है।
तेज आंधी के कारण बालियों पर असर पड़ा है और कटाई लायक अनाज भी अब खेत में सड़ने लगा है। वहीं पतिराम यादव और शेख मंसूर अली की ढाई बीघा गेहूं बोझ बनकर खेतों में पड़ा है। रविवार को फिर से बारिश होने से अब कटाई मुश्किल हो गई है। मनेछा गांव के अच्छे लाल की दो बीघा फसलें भी बारिश की भेंट चढ़ गईं। उन्होंने बताया कि पूरे सीजन की मेहनत मिट्टी में मिल गई है। न खाद का पैसा निकलेगा, न मजदूरी। किसानों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है। इस प्राकृतिक आपदा ने एक बार फिर किसानों की असुरक्षित स्थिति को उजागर कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि मौसम की मार झेल रहे किसानों को तत्काल सहायता और दीर्घकालिक सुरक्षा योजनाओं की जरूरत है।