रूपा गोयल
नरैनी, बांदा। नीलामी की अवधि पूरी होने के बाद भी कथित ठेकेदार स्थानीय पुलिस और प्रशासन से मिलकर पशुबाजार लगा रहा है।इस अवैध कारोबार से जिला पंचायत को हर हफ्ते पचासों हजार रुपये का नुकसान हो रहा है। क्षेत्र के लहुरेटा गांव में जिला पंचायत का ठेकेदार बीते वित्तीय वर्ष में पशुबाजार का संचालन कर रहा था।बीते 31 मार्च के बाद जिला पंचायत द्वारा पशु बाजार की नई नीलामी नही करायी गई है। साथ ही पुरानी पशु बाजार की अवधि 31 मार्च से समाप्त हो गई है इसके बाद भी लहुरेटा गांव में उसी स्थान पर पशुबाजार लगाया जा रहा है। यहां महिषा वंश और गोवंश की खरीद फरोख्त कर कथित ठेकेदार हजारों रुपये कमा रहे है।स्थानीय लोगो ने बताया कि इस पशु बाजार से आये दिन बड़े वाहनों से पशुओं को लाने और ले जाने का काम किया जाता हैं। नगर पंचायत अध्यक्ष मूलचंद सोनकर ने बताया कि क्षेत्र में जिला पंचायत की पशु बाजार लगने के कारण नगर पंचायत का भी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
बताया कि पूर्व में पशु बाजार की लाखों रुपए में नीलामी की जाती थी कुछ वर्षों से पड़ोसी गांवो में पशु बाजार लगने के कारण उनकी नीलामी नही हो पाती।इस संबंध में उपजिलाधिकारी सत्य प्रकाश ने अवगत कराया कि सूचना मिलते ही मौके पर कोतवाली पुलिस को भेजकर अवैध रूप से संचालित पशु बाजार को बंद करवा दिया गया।