
रूपा गोयल
बाँदा। भारत रत्न डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती के पावन अवसर पर एसडी सेवा संस्थान द्वारा शहर के निम्नीपार मोहल्ले स्थित दलित बस्ती में गरीब और जरूरतमंद बच्चों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें वितरित की गईं।इस सामाजिक पहल का उद्देश्य था कि शिक्षा की रोशनी से कोई बच्चा वंचित न रहे। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इसके पश्चात संस्थान की सचिव प्रीती साहू ने डा. अंबेडकर के विचारों को याद करते हुए कहा कि बाबा साहब का सपना था कि हर बच्चा शिक्षा पाए और आत्मनिर्भर बने। हम सभी का यह कर्तव्य है कि उनके विचारों को व्यवहार में लाएं। वहीं संस्थान के राजेश कुमार ने कहा कि शिक्षा के अभाव में समाज पिछड़ता है। एसडी सेवा संस्थान का यह प्रयास केवल किताबें बाँटने का नहीं, बल्कि भविष्य संवारने की दिशा में एक छोटा कदम है। कार्यक्रम में लगभग 200 बच्चों ने भाग लिया, जिन्हें पाठ्य पुस्तकें और शिक्षाप्रद सामग्री भेंट की गई।किताबें पाकर बच्चों के चेहरों पर मुस्कान देखी गई जो आयोजन की सफलता का प्रतीक बनी। इस आयोजन में ओम सेवा ट्रस्ट का भी विशेष सराहनीय सहयोग रहा।
ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित दिलीप दास ने अपना सहयोग व मार्गदर्शन प्रदान कर कार्यक्रम को सफल बनाने में भूमिका निभाई। साथ ही कालका स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष आरती प्रजापति के नेतृत्व में स्वयं सहायता समूह की कई महिलाओं ने भी सक्रिय सहभागिता की जिससे कार्यक्रम और अधिक प्रभावी व संवेदनशील बन सका। स्थानीय निवासियों और अभिभावकों ने इस पहल की सराहना करते हुए संस्थान को धन्यवाद दिया। एसडी सेवा संस्थान के पदाधिकारियों ने बताया कि भविष्य में भी इस तरह के शैक्षिक एवं सामाजिक कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम का समापन सामूहिक संकल्प के साथ हुआ कि डा. अंबेडकर के बताए मार्ग पर चलकर समाज में शिक्षा और समानता की अलख को और व्यापक किया जाएगा।


















