
एनके मिश्रा
लखीमपुर खीरी। स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा गर्मी के मौसम में हीटवेव (लू) से बचाव एवं संचारी रोगों की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान तेज कर दिया गया है। विभाग द्वारा जारी पोस्टर और दस्तक अभियान के दिशा-निर्देशों में नागरिकों को गर्मी से बचाव के उपायों तथा मौसमी रोगों से सुरक्षा के लिए विशेष सुझाव दिए गए हैं।
इस संबंध में सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता द्वारा महकमें के आला अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए गए हैं। गर्मी के मौसम में दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक बाहर जाने से बचें। यदि बाहर जाना आवश्यक हो तो हल्के रंग के ढीले और आरामदायक कपड़े पहनें। छाता, टोपी, धूप का चश्मा और सनस्क्रीन का उपयोग करें। शरीर को ठंडा रखने के लिए बार-बार ठंडे तरल पदार्थ जैसे नींबू पानी, शिकंजी, नारियल पानी का सेवन करें। बच्चों, बुजुर्गों, बीमार व्यक्तियों और गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखने की अपील की गई है। हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखने पर तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केंद्र या 108 एम्बुलेंस सेवा से संपर्क करें।
एसीएमओ डॉ एसपी मिश्रा ने बताया कि इन बातों से लोगों को परहेज करना चाहिए जिसमें तेज धूप में नंगे पांव बाहर निकलने से बचें। गहरे व टाइट कपड़ों के बजाय ढीले व हल्के कपड़े पहनें। अत्यधिक प्रोटीन युक्त या बासी भोजन और शराब, चाय, कॉफी, सॉफ्ट ड्रिंक आदि का सेन कम करें। बंद व गर्म स्थानों पर खाना न पकाएं। अप्रैल 2025 में चल रहे ‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान’ के अंतर्गत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को संचारी रोगों से बचाव की जानकारी दे रही हैं। मच्छरों के प्रजनन स्रोतों को हटाने, जापानी इंसेफेलाइटिस से बचाव, फाइलेरिया, टीबी, कालाजार जैसे रोगों की पहचान और सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
वहीं बुधवार को जिला मलेरिया अधिकारी हरिशंकर ने फरधान क्षेत्र में फाइलेरिया के मरीजों को दवाएं और एमएमडीटी किट वितरित की। बुखार, वजन कम होना या भूख न लगना जैसे लक्षण हैं तो नजदीकी अस्पताल में टीबी की जांच करवाएं। त्वचा पर दाने या सूजन आने पर चर्म रोग की जांच कराएं। छोटे बच्चों में कमजोरी या कम वजन जैसी समस्या होने पर भी इलाज आवश्यक है।

















